लॉजिस्टिक्स लागत कम करने का प्लान, पुराने रक्षा विमानों का माल ढुलाई में हो सकता है इस्तेमाल
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि रक्षा क्षेत्र और एयरलाइन कंपनियों के पुराने विमानों को कार्गो विमानों में बदला जाना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि लॉजिस्टिक्स की लागत को कम करने के लिए हमें माल ढुलाई क्षमता बढ़ानी होगी.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि लॉजिस्टिक्स की लागत को कम करने के लिए हमें माल ढुलाई क्षमता बढ़ानी होगी.
भारत को लॉजिस्टिक्स की लागत को कम करने के लिए माल ढुलाई क्षमता को बढ़ाने की जरूरत है. केंद्रीय सड़क परिवहन एव राजमार्ग मंत्री ने नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि रक्षा और एयरलाइन कंपनियों के पुराने विमानों को मालवाहक या कार्गो विमान में बदलने की संभावना तलाशी जानी चाहिए.
डोमेस्टिक एयर कार्गो एजेंट एसोसिएशन (Domestic Air Cargo Agents Association) के सदस्यों के साथ चर्चा में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि मत्स्य पालन क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं. मत्स्य अर्थव्यवस्था को अभी के एक लाख करोड़ रुपये से छह लाख करोड़ रुपये पहुंचाया जा सकता है.
एसोसिएशन के सदस्यों को वीडियो कॉन्फ्रेंस से संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि देश में कृषि, मछली और अन्य उत्पादों का परिवहन एक बड़ी समस्या है. लॉजिस्टिक्स की लागत को कम करने के लिए हमें माल ढुलाई क्षमता बढ़ानी होगी.
TRENDING NOW
नितिन गडकरी ने कहा कि पुराने रक्षा विमानों तथा एयरलाइन कंपनियों के पुराने विमानों को मालवाहक विमानों में बदलने की संभावना तलाशी जानी चाहिए.
#LiveNow Interaction with members from Domestic Air Cargo Agents Association of India https://t.co/lTCWEHdIv8
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) June 30, 2020
उन्होंने कहा कि भारत में लॉजिस्टिक्स की लागत 13 फीसदी बैठती है. वहीं विकसित देशों में यह महज 8 फीसदी बैठती है.
उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र और एयरलाइन कंपनियों के पुराने विमानों को कार्गो विमानों में बदला जाना चाहिए और इनका इस्तेमाल विदेशों को उत्पाद पहुंचाने के लिए किया जाना चाहिए. इन विमानों के लिए पायलटों की तैनाती अनुबंध पर की जा सकती.
केंद्रीय मंत्री ने एसोसिएशन के सदस्यों के जेट एयरवेज के विमानों के बेड़े के इस्तेमाल की संभावना तलाशने को कहा. गडकरी ने एसोसिएशन से हवाईअड्डों के आसपास बुनियादी ढांचे के विकास की संभावना तलाशने को कहा. उन्होंने कहा कि वहां शीतगृह लगाए जा सकते हैं, इसकी संभावना का पता लगाया जाना चाहिए.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:
उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) 17 ऐसे राजमार्ग रास्तों पर काम कर रहा है जहां हवाई पट्टी लगाई जा सकती है.
उन्होंने कहा कि भारत के पास कृषि उत्पाद, फल, सब्जियों और मछलियों के लिए निर्यात की व्यापक संभावना है. उन्होंने कहा कि अभी मत्स्य अर्थव्यवस्था एक लाख करोड़ रुपये की है. इसे बढ़ाकर छह लाख करोड़ रुपये पर पहुंचाया जा सकता है.
09:12 PM IST